शब्‍द-रूप पुष्प (अकारान्‍त नपुंसक लिङ्ग शब्‍द) संस्कृत Pushp Shabd Roop in Sanskrit

शब्‍द-रूप

(अकारान्‍त नपुंसक लिङ्ग शब्‍द)

पुष्प

विभक्ति: एकवचनम्  द्विवचनम्  बहुवचनम्
प्रथमा पुष्पम् पुष्पे पुष्पाणि
द्वितीया पुष्पम् पुष्पे पुष्पाणि
तृतीया पुष्पेण पुष्पाभ्याम्  पुष्पै:
चतुर्थी पुष्पाय पुष्पाभ्याम् पुष्पेभ्‍य:
पञ्चमी पुष्पात् पुष्पाभ्याम् पुष्पेभ्‍य:
षष्‍ठी पुष्पस्‍य पुष्पयो: पुष्पाणाम्
सप्‍तमी  पुष्पे पुष्पयो: पुष्पेषु
सम्‍बोधनम् हे पुष्पम्! हे पुष्पे! हे पुष्पाणि!
इसी प्रकार से फल, मित्र, नगर, उद्यान, पुस्तक, कमल आदि अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के रूप बनेगे।
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