पाठ योजना: उच्चारण स्थान (Articulation Points) – हिंदी भाषा में संपूर्ण अध्ययन

पाठ योजना: उच्चारण स्थान (Articulation Points) – हिंदी भाषा में संपूर्ण अध्ययन


कक्षा: 6वीं – 8वीं

विषय: हिंदी भाषा

अवधि: 60 मिनट


उद्देश्य:

छात्र हिंदी वर्णमाला के विभिन्न वर्णों के उच्चारण स्थानों को समझें, पहचानें और उनका सही उच्चारण कर सकें।


आवश्यक सामग्री:

  • श्वेतपत्र (Whiteboard) और मार्कर
  • हिंदी वर्णमाला का चार्ट
  • मुद्रित कार्यपत्रक (Worksheets)
  • प्रोजेक्टर और वीडियो क्लिप्स (यदि उपलब्ध हो)
  • ध्वनि उच्चारण की ऑडियो क्लिप्स (स्पीकर के साथ)

पाठ का ढाँचा:

  1. परिचय और उच्चारण स्थान की अवधारणा (10 मिनट)
  • उद्देश्य: छात्रों को उच्चारण स्थान की अवधारणा से परिचित कराना और यह समझाना कि यह कैसे हिंदी वर्णों के उच्चारण में मदद करता है।
  • गतिविधि:
  • परिचय करें कि जब हम कोई ध्वनि (शब्द) बोलते हैं, तो हमारे मुँह के विभिन्न भागों का उपयोग होता है।
  • छात्रों से पूछें कि क्या उन्होंने कभी गौर किया है कि अलग-अलग ध्वनियाँ बोलते समय मुँह के कौन-कौन से हिस्से सक्रिय होते हैं।
  • बोर्ड पर एक साधारण शब्द लिखें (जैसे, “कविता”) और उसे ध्वनि-विभाजन (Phonemic Breakdown) में बाँटें (क-व-ि-ता)।
  • “उच्चारण स्थान” शब्द का परिचय दें और बताएं कि यह मुँह का वह स्थान है जहाँ ध्वनि का निर्माण होता है।
  • उदाहरण के लिए, “क” के उच्चारण के लिए जीभ के पिछले भाग का प्रयोग होता है, जो कंठ (Throat) में ध्वनि उत्पन्न करता है।
  1. हिंदी वर्णमाला और उनके उच्चारण स्थान (15 मिनट)
  • उद्देश्य: हिंदी वर्णमाला के विभिन्न वर्णों के उच्चारण स्थान को पहचानना।
  • गतिविधि:
  • हिंदी वर्णमाला का चार्ट प्रदर्शित करें और वर्णों के समूहों को उनके उच्चारण स्थान के आधार पर विभाजित करें:
  • कंठ्य: क, ख, ग, घ, ङ
  • तालव्य: च, छ, ज, झ, ञ
  • मूर्धन्य: ट, ठ, ड, ढ, ण
  • दन्त्य: त, थ, द, ध, न
  • ओष्ठ्य: प, फ, ब, भ, म
  • प्रत्येक समूह के उदाहरणों को स्पष्ट करें और उन्हें कैसे उच्चारित किया जाता है, यह दिखाएं।
  • ऑडियो क्लिप्स चलाएं या खुद उच्चारण करके दिखाएं कि प्रत्येक ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है।
  1. इंटरएक्टिव खेल: “सही उच्चारण ढूंढो” (10 मिनट)
  • उद्देश्य: छात्रों को सक्रिय रूप से उच्चारण स्थानों की पहचान और अभ्यास करने के लिए प्रेरित करना।
  • गतिविधि:
  • छात्रों को जोड़े में बाँटें और प्रत्येक जोड़े को उच्चारण स्थान से संबंधित फ्लैशकार्ड दें।
  • प्रत्येक जोड़ा अपनी ध्वनि का उच्चारण करे और दूसरे जोड़े को बताना होगा कि ध्वनि किस उच्चारण स्थान से संबंधित है।
  • खेल को और रोचक बनाने के लिए समय सीमा निर्धारित करें।
  1. समूह गतिविधि: “उच्चारण पथ की यात्रा” (10 मिनट)
  • उद्देश्य: उच्चारण स्थानों के व्यावहारिक ज्ञान को गहरा करना।
  • गतिविधि:
  • कक्षा को छोटे समूहों में विभाजित करें।
  • प्रत्येक समूह को एक विशेष उच्चारण स्थान चुनने दें और उस स्थान के वर्णों की सूची बनाएं।
  • छात्रों को शारीरिक रूप से दिखाने के लिए कहें कि ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है (उदाहरण: जीभ कहाँ छूती है, मुँह के किस हिस्से का उपयोग होता है)।
  • प्रत्येक समूह अपने उच्चारण स्थान और संबंधित वर्णों का प्रदर्शन कक्षा के सामने करें।
  1. कार्यपत्रक अभ्यास (10 मिनट)
  • उद्देश्य: उच्चारण स्थानों की पहचान करने की व्यक्तिगत क्षमता का अभ्यास करना।
  • गतिविधि:
  • छात्रों को कार्यपत्रक वितरित करें जिसमें विभिन्न वर्णमाला के वर्णों को उनके उच्चारण स्थान के अनुसार वर्गीकृत करना हो।
  • उदाहरण के लिए, छात्रों से क, ख, ग को कंठ्य के अंतर्गत, और च, छ, ज को तालव्य के अंतर्गत वर्गीकृत करने के लिए कहें।
  • कार्यपत्रक को पूरा करने के बाद, उत्तरों की समीक्षा कक्षा के साथ करें।
  1. समीक्षा और निष्कर्ष (5 मिनट)
  • उद्देश्य: पाठ का सारांश और छात्रों के ज्ञान को सुदृढ़ करना।
  • गतिविधि:
  • उच्चारण स्थानों के विभिन्न समूहों और उनके उदाहरणों की पुनरावृत्ति करें।
  • छात्रों से पूछें कि उन्हें किस उच्चारण स्थान को पहचानने में सबसे अधिक चुनौती महसूस हुई।
  • छात्रों को यह बताने के लिए प्रोत्साहित करें कि उन्होंने कौन सा उच्चारण स्थान सबसे अच्छा समझा।

मूल्यांकन:

  • गठनात्मक मूल्यांकन: इंटरैक्टिव खेल और समूह गतिविधि के दौरान छात्रों की सहभागिता और उच्चारण की सही पहचान का अवलोकन करें।
  • समेकित मूल्यांकन: कार्यपत्रक में दी गई विभिन्न ध्वनियों के उच्चारण स्थान की पहचान के आधार पर मूल्यांकन करें।

गृहकार्य:

  • छात्रों से कहें कि वे घर पर अपनी पाठ्यपुस्तक या अन्य सामग्री से 10 शब्दों को चुनें और उन्हें उच्चारण स्थानों के आधार पर वर्गीकृत करें। प्रत्येक शब्द के लिए यह बताएं कि ध्वनि कहाँ उत्पन्न होती है।

अतिरिक्त संसाधन:

  • ऑनलाइन वीडियो: उच्चारण स्थानों को स्पष्ट करने वाले शैक्षिक वीडियो।
  • ध्वनि उच्चारण एप्स: ऐप्स जो ध्वनियों के सही उच्चारण का अभ्यास करने में मदद करती हैं।
  • ध्वनि उच्चारण गाइड: शारीरिक मुद्रा और मुँह की स्थिति को समझाने वाले गाइड।

शिक्षकों के लिए नोट्स:

  • छात्रों की आवश्यकता के आधार पर शब्दों की जटिलता को समायोजित करें।
  • प्रत्येक उच्चारण स्थान के अभ्यास को सरल और व्यावहारिक बनाए रखें।
  • छात्रों को ध्वनि उच्चारण के दौरान शरीर के अंगों को समझाने में मदद करें, जिससे वे स्पष्ट उच्चारण सीख सकें।

यह योजना उच्चारण स्थानों को समझने और उनके सही उच्चारण में छात्रों की मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह उनके भाषा कौशल को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ उच्चारण में सुधार करने में सहायक होगी।

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