संस्कृत व्याकरण
शब्द रूप
उकारान्त नपुसंक लिंग शब्द:
मधु
विभक्ति: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमा | मधु | मधुनी | मधूनि |
द्वितीया | मधु | मधुनी | मधूनि |
तृतीया | मधुना | मधुभ्याम् | मधुभि: |
चतुर्थी | मधुने | मधुभ्याम् | मधुभ्यः |
पञ्चमी | मधुन: | मधुभ्याम् | मधुभ्यः |
षष्ठी | मधुन: | मधुनो: | मधूनाम् |
सप्तमी | मधुनि | मधुनो: | मधुषु |
सम्बोधनम् | हे मधु!/हे मधो! | हे मधुनी! | हे मधूनि! |
इसी प्रकार से तालु, वस्तु, जानु आदि उकारान्त नपुंसक लिंग शब्दों के रूप बनेंगे।