शब्द रूप
ऋकारान्त स्त्रीलिंङ्ग शब्दः
स्वसृ ( बहन )
विभक्ति: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमा | स्वसा | स्वसारौ | स्वसार: |
द्वितीया | स्वसारम् | स्वसारौ | स्वसृ: |
तृतीया | स्वस्रा | स्वसृभ्याम् | स्वसृभि: |
चतुर्थी | स्वस्रे | स्वसृभ्याम् | स्वसृभ्य: |
पञ्चमी | स्वसुः | स्वसृभ्याम् | स्वसृभ्य: |
षष्ठी | स्वसुः | स्वस्रो: | स्वसृणाम् |
सप्तमी | स्वसरि | स्वस्रो: | स्वसृषु |
सम्बोधनम् | हे स्वस:! | हे स्वसारौ! | हे स्वसारः! |
इसी प्रकार ननान्दृ (ननद), मातृ(माता), यातृ (देवरानी), दुहितृ (बेटी) आदि रूप बनेंगे ।