क्या कर्ज लेना चाहिए या नहीं ?
कुछ लोग कहते हैं कि कर्ज नहीं लेना चाहिए। जबकि बहुत से लोग तरह-तरह के कर्ज लेते रहते है। तो आज यहाँ पर हम ये चर्चा करेंगे कि कर्ज लेना उचित है कि नहीं। देखिए दोस्तो! हर आदमी की अपनी अपनी स्थिति होती है। हमें अपनी स्थिति के अनुसार फैसला करना चाहिए।
- पहला तथ्य है कि यदि आपको जरुरत नहीं है तो कर्ज बिलकुल भी न लें। बिना जरुरत के लिए हुआ कर्ज आपको भविष्य में परेशान करेगा क्योंकि उस लोन का आप सही प्रयोग नहीं कर पाएंगे। ये पैसा ऐशोआराम में खर्च होगा तो ये सही नहीं है। कोई भी कर्ज लेने से पहले और उसे खर्च करने से पहले अपने व अपने परिजनों के भविष्य के बारे में जरूर चिंतन कर लें।
- दूसरा तथ्य है कि आप कर्ज लेना क्यों चाहते है या आप कर्ज के पैसों का क्या प्रयोग करेंगे, ये अच्छी तरह सोच लें। क्या उस पैसे से आपकी व परिवार की कोई बड़ी जरुरत पूरी होगी? क्या आपके जीवन स्तर में सुधार आएगा ? क्या आप घर, कार, शिक्षा, व्यवसाय आदि के लिए लोन ले रहे है? यदि आप किसी मौलिक आवश्यकता या व्यवसाय के लिए लोन ले रहे है, तो आपका फैसला सही है। अन्यथा ये फैसला बदल दें।
- तीसरा तथ्य ये है कि आप ये लोन चुकाएंगे कैसे? लोन लेने से पहले उसे चुकाने के बारे में अच्छी तरह सोच लेना चाहिए। यदि आप खुद को कर्ज चुकाने में सक्षम पा रहें है, तभी आगे कदम बढ़ाएं अन्यथा फैसला बदल दें।
- चौथा तथ्य है कि लोन कितना लें? पहले तो ये हिसाब लगा ले कि कितने लोन से आपका काम चल जाएगा। जितने कर्ज की जरुरत है, उतना ही कर्ज लें। उतना ही कर्ज लें, जितना आप चुकाने में सक्षम हों। कर्ज की राशि और लोन चुकाने की अवधि को कम से कम रखने की कोशिश करें।
- पांचवां तथ्य ये है कि अधिक संख्या में छोटे कर्ज लेने की बजाए, एक बड़ा कर्ज ले लें क्योंकि इससे कर्ज का हिसाब-किताब लगाने में आसानी रहती है। अनेक छोटी EMI की अपेक्षा एक ही बड़ी EMI रखना सही रहता है। छोटी छोटी चीजों के लिए कर्ज न लें। अपने कर्ज की EMI तय समय पर चुकाते रहें और अपने बैंक खाते में EMI के लिए जरुरी पैसे जरूर रखें। अन्यथा आपका CIBIL SCORE कम हो सकता है। जिसका CIBIL स्कोर कम होता है , उसे भविष्य में लोन लेने में मुश्किल आती है। या तो उसे कर्ज मिलता नहीं, अगर मिलता है तो महंगा मिलेगा अर्थात ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा।
- अगला तथ्य ये है कि लोन लेने के बाद जब भी आपके पास कहीं से भी एक्स्ट्रा पैसा आए, या आपकी आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी हो जाए, तब आप वो पैसा अपने लोन अकाउंट में जमा कर दें। इससे ये फायदा होगा कि आपकी EMI उतनी ही रहेगी लेकिन आपका कर्जा जल्दी उतर जाएगा। यानि कि आपकी EMI की राशि तो अपरिवर्तित रहेगी किन्तु EMI की संख्या(लोन की अवधि) कम हो जाएगी अर्थात लोन जल्दी उतर जाएगा।
- अपने मित्रों, रिश्तेदारों, आदि से अगर आप कुछ कर्ज/उधार ले लेते है तो उस कर्ज को आप तय समय के मुताबिक अवश्य लौटा दें अन्यथा आपकी सामाजिक साख ख़राब हो सकती है। अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा नियमित रूप से अवश्य बचाएं। अगर आपको उपरोक्त जानकारी उपयोगी लगी हो तो अपने मित्रों से अवश्य शेयर करें।