एन सी ई आर टी कक्षा 9 क्षितिज हिंदी पाठ 3: उपभोक्तावाद की संस्कृति- प्रश्न और उत्तर
पाठ 3: उपभोक्तावाद की संस्कृति
प्रश्न 1:
प्रश्न: लेखक उपभोक्तावाद को क्यों खतरनाक मानता है?
उत्तर: लेखक उपभोक्तावाद को खतरनाक मानता है क्योंकि यह लोगों को केवल भौतिक वस्तुओं के पीछे भागने के लिए प्रेरित करता है। इससे समाज में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों की हानि होती है। लोग केवल अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए दूसरों का शोषण करने लगते हैं और इससे सामाजिक असमानता बढ़ती है।
प्रश्न 2:
प्रश्न: उपभोक्तावाद से समाज में कौन-कौन सी समस्याएं उत्पन्न होती हैं?
उत्तर: उपभोक्तावाद से समाज में कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जैसे:
1. नैतिक मूल्यों का पतन
2. पर्यावरण प्रदूषण
3. आर्थिक असमानता
4. मानसिक तनाव और अवसाद
5. पारिवारिक और सामाजिक संबंधों में दरार
प्रश्न 3:
प्रश्न: उपभोक्तावाद से पारंपरिक और सांस्कृतिक मूल्यों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: उपभोक्तावाद से पारंपरिक और सांस्कृतिक मूल्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को भूलकर केवल भौतिक सुख-सुविधाओं की ओर आकर्षित हो जाते हैं। इससे सांस्कृतिक धरोहर की हानि होती है और समाज में आत्मिक शांति का अभाव होता है।
प्रश्न 4:
प्रश्न: उपभोक्तावाद के कारण लोग किस प्रकार के जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाते हैं?
उत्तर: उपभोक्तावाद के कारण लोग एक ऐसे जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाते हैं जो भौतिक सुख-सुविधाओं पर आधारित होता है। वे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए अत्यधिक मेहनत करते हैं, जिससे वे मानसिक तनाव और शारीरिक समस्याओं का सामना करते हैं। इसके अलावा, वे अपने पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को नजरअंदाज कर देते हैं।
प्रश्न 5:
प्रश्न: लेखक उपभोक्तावाद से बचने के लिए क्या सुझाव देता है?
उत्तर: लेखक उपभोक्तावाद से बचने के लिए कुछ सुझाव देता है:
1. सादा और सरल जीवन जीना
2. नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का पालन करना
3. अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं में संतुलन बनाना
4. पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहना
5. समाज में समानता और सहानुभूति को बढ़ावा देना
यदि आप किसी और प्रश्न या उत्तर की जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं।